
Rice Scam Exposed: 1 हजार किसानों को मिला खराब धान, 39 लाख की बिकी फर्जी क्वालिटी – जानिए किस कंपनी ने किया धोखा!
Rice Scam Exposed:नमस्कार दोस्तों, जान की खेती करने के लिए हम आपके लिए एक बहुत ही बड़ी और जरूरी खबर लेकर आए हैं हर साल खरीफ की सीजन में लघु किसान मेहनतऔर भरोसे के साथ धान की खेती कर रहे हैं अच्छे उत्पादन के लिए भी अच्छे बीज खरीदने हैं इससे उन्हें बढ़िया फसल मिलती है, अगर किसान पूरी उम्मीद और भरोसे के साथ बीच खरीदे और जब वह बीच खेत में बोया जाए तो वह खराब निकले तो किसान भाइयों पर क्या बीतेगीRice Scam Exposed
इस बार मामला सिर्फ एक दो किसानों का नहीं है बल्कि लगभग 1000 किसानों का है जिन्होंने सांप तौर पर कहा है कि जो धान उन्होंने खरीदा था वह खराब निकला उस फसल सही नहीं होगी इसलिए किसान की बात को सीरियस लेकर या मुद्दा जिला कृषि पदाधिकारी तक पहुंचा है और किसानों ने शिकायत की कि उनके पैसे वापस किया जाएRice Scam Exposed
धान की खेती एक मेहनत और भरोसे से की जाती है जब किसान खेत में बीज डालता है तो वह अपने खून पसीने की कमाई से जमीन में होता है लेकिन वही भी जगह खराब निकल जाए तो वह आर्थिक स्थिति से ही नहीं बल्कि उसके मां को भी बहुत ठेस पहुंचेगी पलामू में किसानों ने बताया कि उन्होंने जिस कंपनी से बीच खरीदे थे वह बहुत खराब निकले थे खेत में बीच होने के बाद ना तो सही से ओके और नहीं पौधे बड़े
किसानों ने यह बीच 111 रुपए प्रति किलो के हिसाब से खरीदे थे अगर बात की जाए तो फूल खरीदी कंपनी ने करीब 39 लाख 18300 की धान को भेजा था किसानों का करना है कि उन्होंने तो सरकार द्वारा दिए गए अनुदान का फायदा उठाकर बीज सस्ते में खरीदते थे लेकिन जब अब बीच ही खराब निकला तो वह नुकसान में है
जानकारी के अनुसार यह धान का बीज एचएससीए (HSCA) कंपनी का था कंपनी ने अभी सरकारी अनुदान योजना के अंतर्गत किसानों को दिया था यह योजना इस तरह की होती है कि किसान बीज की कुल कीमत का केवल आधा हिस्सा ही देते हैं और बाकी का सरकार देते हैं किस कारण से किसान बीज खरीदते हुए उन्हें भरोसा भी रहता है कि सरकार द्वारा कंपनियों का माल होगा तो वह खराब नहीं निकलेगा लेकिन इस बार किसानों को बहुत नुकसान हुआRice Scam Exposed
किसने ने सीधे शिकायत जिला कृषि अधिकारी के पास करवाई किसानों का कहना था कि उनका पैसा वापस किया जाए और जिम्मेदार कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए
अब यह सवाल उठता है कि किसान इस तरह के बीच खरीदने कैसे हुई असल में कि सरकार किसानों को खेती के लिए बीच पर 50% की छूट दे रही है और इस योजना के तहत किसानों को भी सस्ते में मिल रहे हैं पर बीज खरीदने से पहले किसानों को जिला कृषि कार्यालय में पत्र भेजना होगा जिसमें वह यह बात बताते कि उन्हें किस कंपनी से और कौन सा बीच चाहिए इसी प्रक्रिया के चलते किसानों ने HSCA कंपनी का दान खरीदा थाRice Scam Exposed
बाल किशन जल्दबाजी में ही बीच खरीद लेते हैं और उनकी जांच भी नहीं करती लेकिन अब किसानों को जागरूक होना बहुत जरूरी है यदि आप किसी भी बीच को चेक करना चाहते हैं तो नमक के पानी के मदद से आप चेक कर सकते हैं
इस पूरी घटना में या साफ है कि किसानों को अब 70 को होने की जरूरत थी सिर्फ 20 सस्ता मिलने से ही खुश ना हो उसके गुणवत्ता को भी जांचना जरूरी है साथी सरकार और कृषि विभाग को भी ध्यान रखना चाहिए की भी बीज बेचने वाली कंपनी पर निगरानी रखें ताकि भविष्य में किसानों को इस तरह का धोखा बिल्कुल ना मिले
यह बात केवल झारखंड के किसानों की ही नहीं है बल्कि पूरे देश के किसानों को एक सीट मिलती है की खेती केवल मेहनत से नहीं होती है उसमें सभी संसाधनों की जरूरत होती है जब बी खराब हो जाएगा तो चाहे किस कितने भी मेहनत कर ले फसल अच्छी नहीं हो सकती इसलिए किसानों को जागरूक तो होना होगा हर बीज खरीदने से पहले उसकी जांच करनी होगीRice Scam Exposed
अगर किसान संगठित रूप से आवाज उठाएंगे तो कंपनी उन्हें कभी धोखा नहीं दे सकती इस बार 1000 किसानों ने मिलकर शिकायत दर्ज की है तभी मामला जिला अधिकारी तक पहुंचा है और कंपनी को झुकना ही पड़ा है जो एक अच्छा संकेत है कि अब किसान अपने अधिकारों को लेकर थोड़े जागरूक हो रहे हैं उम्मीद है कि जल्द ही किसानों को उनका पैसा वापस मिल जाएगा और उन्हें न्याय मिल जाएगा